Success Story: पांच महीने में 50 अरब डॉलर कमा चुका है यह शख्स
एनवीडिया आजकल फिर सुर्खियों में है। एआई चिप (AI Chip) बनाने वाली इस अमेरिकी कंपनी का शेयर रोज-रोज नए-नए रेकॉर्ड बना रहा है। 18
महीने में इसमें 500 परसेंट तेजी आई है जबकि 25 साल में यह 250,000 परसेंट उछला है। इसके फाउंडर और सीईओ जेंसन हुआंग की नेटवर्थ इस
साल करीब 50 अरब डॉलर बढ़ चुकी है। एक नजर उनके करियर पर...
जेंसन हुआंग की नेटवर्थ
एनवीडिया के शेयरों में हाल में काफी तेजी आई है। इससे कंपनी के फाउंडर और सीईओ जेंसन हुआंग की नेटवर्थ में भी काफी उछाल आई है। वह 93.6 अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ दुनिया के अमीरों की लिस्ट में 17वें नंबर पर आ गए हैं। इस साल उनकी नेटवर्थ में सबसे ज्यादा 49.6 अरब डॉलर की तेजी आई है। यानी उन्होंने हर महीने 10 अरब डॉलर की कमाई की है। इस दौरान मार्क जकरबर्ग की नेटवर्थ 42 अरब डॉलर और माइकल डेल की नेटवर्थ में 38.2 अरब डॉलर की तेजी आई है जबकि एलन मस्क ने 38.1 अरब डॉलर गंवाए हैं।
1993 में स्थापना
एनवीडिया की स्थापना जेंसन हुआंग ने की थी। हुआंग का जन्म साल 1963 में ताइवान में हुआ था। उनका बचपन ताइवान के अलावा थाईलैंड में गुजरा। साल 1973 में उनके माता-पिता ने उन्हें अमेरिका में अपने रिश्तेदारों के पास भेज दिया था और फिर कुछ दिन बाद वे भी अमेरिका चले आए थे। Nvidia की स्थापना अप्रैल 1993 में हुई थी। शुरुआत में यह कंपनी वीडियो-गेम ग्राफिक्स चिप्स बनाती थी। जब कंपनी का शेयर 100 डॉलर पर पहुंचा था तो हुआंग ने अपने बाजू पर कंपनी के लोगो का टैटू बनवाया था। एनवीडिया में अब उनकी 3.5% हिस्सेदारी है।
शेयर में तेजी
कोरोना काल कंपनी के लिए वरदान बनकर आया। इस दौरान एनवीडिया के शेयरों में भारी तेजी आई। क्रिप्टो बूम के कारण इसके माइनिंग में चिप के इस्तेमाल में तेजी आई। लेकिन फिर कंपनी के शेयरों की कीमत दो-तिहाई गिर गई थी। लेकिन एआई का चलन बढ़ने से फिर कंपनी के दिन फिरने लगे। हुआंग का कहना है कि एआई कंप्यूटर क्रांति की अगुवाई कर रहा है। इसे इस्तेमाल करना आसान है, इसलिए यह तेजी से बढ़ रही है। कोई भी इंडस्ट्री इससे अछूती नहीं रहेगी। दुनियाभर की कंपनियां ज्यादा पावरफुल कंप्यूटरों का रुख कर रहे हैं जो चैटजीपीटी जैसे जेनरेटिव एआई को हैंडल कर सकें।
प्रॉफिट में छह गुना तेजी
माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) और गूगल (Google) जैसी बड़ी-बड़ी टेक कंपनियों में एनवीडिया से ज्यादा से ज्यादा चिप लेने की होड़ मची है। साथ ही सऊदी अरब और यूएई (UAE) भी कंपनी से हजारों चिप खरीद रहे हैं। इतना ही नहीं चीन की कंपनियां टेंसेट और अलीबाबा भी एनवीडिया के दरवाजे पर खड़ी हैं। इससे साफ है कि एनवीडिया के चिप की दुनिया में कितनी मांग है। चैटबॉट और दूसरे टूल्स के बढ़ते चलन के कारण आने वाले दिनों में इसमें और तेजी आने की उम्मीद है। पिछले साल कंपनी के प्रॉफिट में 628 फीसदी और रेवेन्यू में 268% तेजी आई।
काम करने का तरीका
हुआंग का कहना है कि उनका काम सुबह छह बजे शुरू होता है। वह रोजाना 14 घंटे काम करते हैं। छुट्टियों और वीकेंड पर भी काम करते हैं। वह मानते हैं कि दुनिया में कुछ हासिल करने के लिए संघर्ष करना जरूरी है। कर्मचारियों से कनेक्ट होने के लिए वह कैफे में ही खाना खाते हैं। वह याद करते हैं कि 1990 के दशक के अंत में कंपनी दिवालिया होने के कगार पर पहुंच गई थी लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। आज एनवीडिया दुनिया की टॉप तीन वैल्यूएबल कंपनियों में शामिल है।