wholesale inflation: प्याज के थोक भाव की बात करें तो, अप्रैल महीने में 59.75 फीसदी का इजाफा दर्ज किया गया है. जबकि मार्च में 56.99 प्रतिशत बढ़ोत्तरी देखी गई थी. मार्केट प्रतिनिधियों के अनुसार, भारत को अगली खरीफ फसल की कटाई तक प्याज की सप्लाई में बड़ी कमी आने की संभावना है.
अप्रैल में थोक महंगाई बढ़कर हुई 1.26 फीसदी
केंद्र सरकार ने थोक महंगाई का लेखा जोखा पेश किया है. सरकार की ओर से पेश डेटा के मुताबिक, अप्रैल में लागातार थोक महंगाई लगातार दूसरे महीने बढ़कर 1.26 फीसदी हो गई है, जो बीते 13 महीनों में सबसे ज्यादा है. थोक मूल्य सूचकांक (WPI) आधारित महंगाई अप्रैल 2023 में 0.79 प्रतिशत और मार्च 2024 में 0.53 प्रतिशत थी. वहीं, रॉयटर्स पोल से पता चला है कि अप्रैल के लिए WPI महंगाई 1 प्रतिशत रहने की उम्मीद थी.
प्याज की कीमतों में 60 फीसदी का इजाफा
प्याज के थोक भाव की बात करें तो, अप्रैल महीने में 59.75 फीसदी का इजाफा दर्ज किया गया है. जबकि मार्च में 56.99 प्रतिशत बढ़ोत्तरी देखी गई थी. मार्केट प्रतिनिधियों के अनुसार, भारत को अगली खरीफ फसल की कटाई तक प्याज की सप्लाई में बड़ी कमी आने की संभावना है, जो मौजूदा परिदृश्य से बिल्कुल उलट है क्योंकि देश को एक्सपोर्ट बैन के बीच बल्ब सब्जी की सप्लाई में प्रचुरता और स्थिर कीमतों का सामना करना पड़ रहा है.
आलू ने छुआ आसमान
इसके अलावा अप्रैल में आलू की थोक कीमतों 71.97 फीसदी का इजाफा दर्ज किया गया है. जबकि मार्च में 52.96 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी. बता दें कि बीते साल इसी समय के प्याज के थोक भाव में 5.54 फीसदी की दर्ज की गई थी. जबकि आलू में 30.56 प्रतिशत का इजाफा हुआ था.
5.52 फीसदी पहुंची खाद्य महंगाई
मार्च में 4.7 प्रतिशत बढ़ने के बाद थोक खाद्य महंगाई सालाना आधार पर 5.52 प्रतिशत हो गई. MoM के आधार पर, मार्च में 0.95 प्रतिशत बढ़ने के बाद खाद्य महंगाई 1.94 प्रतिशत बढ़ी. सरकार ने कहा कि अप्रैल 2024 में मुद्रास्फीति की बढ़ी हुई दर मुख्य रूप से खाद्य वस्तुओं, बिजली, कच्चे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, खाद्य उत्पादों के निर्माण, अन्य विनिर्माण आदि की कीमतों में बढ़ोत्तरी है. क्रूड पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस की थोक मुद्रास्फीति अप्रैल में 4.97 प्रतिशत बढ़ी, जबकि पिछले साल इसी महीने में यह 1.64 प्रतिशत थी. वहीं, रोजमर्रा के सामानों के लिए,अप्रैल में मुद्रास्फीति की दर पिछले महीने के 4.51 प्रतिशत से बढ़कर 5.01 प्रतिशत हो गई.