बाइक में यह पार्ट ना रहे तो आपकी राइडिंग का सारा मजा हो जाएगा किरकिरा, खराब रास्तों में मिलती है मदद
Suspension In Bike Scooter: सस्पेंशन बाइक का एक अनिवार्य हिस्सा है, जो सवारी को सुरक्षित, आरामदायक और नियंत्रित बनाता है। सही प्रकार का सस्पेंशन चुनने से आप अपनी बाइक या स्कूटर का ज्यादा से ज्यादा मजा ले सकते हैं। आइए, आज हम आपको टू-व्हीलर में सस्पेंशन के फंक्शन के साथ ही इसकी उपयोगिता के बारे में बताते हैं।
सस्पेंशन का काम क्या है?
कंफर्ट: सस्पेंशन सड़क की खामियों, गड्ढों और अन्य बाधाओं से होने वाले झटकों को अवशोषित करता है, जिससे राइडिंग ज्यादा कंफर्टेबल और सुखद हो जाती है।कंट्रोल: बेहतर सस्पेंशन टायरों को जमीन से बेहतर संपर्क बनाए रखने में मदद करता है, जिससे बेहतर कंट्रोल और स्टैबिलिटी मिलती है। खास तौर पर खराब रोड कंडिशन में बेहतर सस्पेंशन काफी काम आता है।
सेफ्टी: सस्पेंशन ब्रेकिंग परफॉर्मेंस को भी बेहतर बनाता है, क्योंकि यह पहियों को जमीन से जुड़ा रखता है, जिससे ज्यादा प्रभावी ढंग से रुकना संभव होता है।
टायरों की लाइफसाइकल: सस्पेंशन टायरों पर लगने वाले तनाव को कम करता है, जिससे उनकी लास्टिंग बढ़ जाती है।
कितने प्रकार के सस्पेंशन होते हैं
टेलिस्कोपिक फ्रंट सस्पेंशन: यह सबसे आम तरह का फ्रंट सस्पेंशन है, जिसमें स्प्रिंग्स और डैम्पर्स का इस्तेमाल करके वर्टिकल स्पीड को कम किया जाता है।स्विंगआर्म रियर सस्पेंशन: यह रियर सस्पेंशन का एक पॉपुलर प्रकार है जिसमें एक हिंज्ड आर्म और स्प्रिंग्स या डैम्पर्स का इस्तेमाल करके वर्टिकल और होरिजोंटल स्पीड को कम किया जाता है।
डायरेक्ट लिंकेज सस्पेंशन: यह एक प्रकार का रियर सस्पेंशन है जो बेहतर प्रदर्शन और नियंत्रण प्रदान करता है, लेकिन यह ज्यादा जटिल और महंगा होता है।