काल सर्प योग यंत्र (भोज पत्र पर) :
ज्योतिष के अनुसार किसी की कुंडली में बनने वाला सबसे भयंकर दोष होता है कालसर्प दोष। कालसर्प दोष के कारण व्यक्ति को अपने जीवन में अनेक प्रकार की हानि उठानी पडती है। कालसर्प दोष निवारण यंत्र का प्रयोग किसी भी प्रकार के दोष और कालसर्प दोष से होने वाली क्षति को कम करने के लिए किया जाता है। शास्त्रों में कालसर्प दोष के अनिष्टकारी प्रभाव से बचने के लिए उपाय बताए गए है। इस दोष के दुष्प्रभाव से अकाल मृत्यु, संतान हानि, धन व्यय आदि हो सकती है।
काल सर्प योग यन्त्र के लाभ :
काल सर्प योग यन्त्र स्थापना विधि :
किसी भी सोमवार के दिन स्नान आदि करके अपने पूजा स्थल पर कालसर्प यंत्र ( सफ़ेद आसन पर या प्लेट में रखें फिर पुष्प, फल, फूल चढाये और भगवान शिव का ध्यान करे, इसके बाद निम्न मन्त्र 108 बार बोलते हुए, गाय का कच्चा दूध 108 बार यंत्र पर एक चम्मच से चढ़ा दे :
।।ॐ ह्रीं नमः शिवाय ह्रीं।।
ऐसा करने से कालसर्प यंत्र पूर्ण जाग्रत हो जाता है, फिर इस यंत्र को अपने घर या कारोबार स्थल में पश्चिम दिशा में शुभ स्थान पर स्थापित कर दे या टांग दे।
नियम एवं शर्तें -
1- यंत्र भोज पत्र पर बना हुआ है.
2- यंत्र की साइज़ 3 इंच x 3 इंच है.
3- यंत्र लैमिनेट किया हुआ है.
4- सम्पूर्ण भारत में डिलीवरी फ्री रहेगी.
5- डिलीवरी 5-7 कार्य दिवसों में होगी.