एमेथिस्ट स्टोन माला :
भारतीय ज्योतिष विज्ञान के अनुसार एमेथिस्ट स्टोन (जामुनिया रत्न) शनि ग्रह से संबंध रखता है। नीलम रत्न के उपरत्न में जामुनिया रत्न का उपयोग किया जाता है। नीलम रत्न की तरह ही यह कुंभ और मकर राशि का रत्न है। इसलिए एमेथिस्ट स्टोन माला को धारण करने से शनि के दोषों और गलत प्रभावों से छुटकारा मिलता है और पहनने वाले को धन, सम्मान और अच्छी सेहत मिलती है। यह रत्न मेष, कर्क, सिंह, वृश्चिक राशि से भी संबंधित होता है।
अन्य फायदे :
- एमेथिस्ट स्टोन यानि जमुनिया रत्न को पहनने से व्यक्ति अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से लेता है और उसकी सोच-समझ भी बेहतर होती है।
- किसी भी तरह की बुरी लत से छुटकारा पाने में एमेथिस्ट स्टोन मदद करता है। शराब पीने की लत हो या कोई बुरी आदत हो, तो आप इस रत्न को धारण कर सकते हैं।
- रीढ़ की हड्डी में दर्द, घुटनों या कंधों में दर्द से राहत पाने के लिए आप एमेथिस्ट स्टोन धारण कर सकते हैं।
- यदि कोई व्यक्ति शनि की साढ़े साती, शनि की ढैय्या या शनि की महादशा से गुजर रहा है तो उसे एमेथिस्ट स्टोन जरूर पहनना चाहिए। यह चमत्कारिक रत्न आपको शनि के बुरे और अशुभ प्रभाव से बचा सकता है।
- एमेथिस्ट स्टोन मन को शांत करता है। डिप्रेशन, तनाव या अन्य किसी प्रकार की मानसिक समस्या को एमेथिस्ट स्टोन से ठीक किया जा सकता है। एमेथिस्ट स्टोन दिमाग में चल रहे तनाव और चिंता को दूर कर सकता है। यह अनिद्रा, एंग्जायटी, डर और डिप्रेशन के इलाज में बहुत लाभकारी है। मानसिक एकाग्रता, ध्यान शक्ति और एकाग्रता को बढ़ाने के लिए एमेथिस्ट स्टोन से बेहतर और कोई रत्न नहीं है।
- यदि आप ठीक तरह से कुछ सोच नहीं पा रहे हैं या आपको ऐसा लगता है कि दिमाग में कुछ ब्लॉकेज हो रही है, आपको अपना रास्ता साफ दिखाई नहीं दे रहा है, तो यह स्टोन आपकी मदद कर सकता है। पढ़ाई, रिसर्च और स्कोलर में यह स्टोन आपको सफलता दिला सकता है।
- कोशिकाओं को पुर्नजीवित करने और शरीर को साफ करने के लिए कुछ वैकल्पिक दवाओं में एमेथिस्ट उपयोगी माना गया है। आर्थराइटिस यानि गठिया, हड्डी के कैंसर और लकवे की बीमारी के इलाज में भी इस स्टोन को पहनने से लाभ मिलता है।
- एमेथिस्ट स्टोन आपके लिए वो अवसर खोल सकता है, जिनकी आपने उम्मीद ना की हो। इसे आप भौतिक और आर्थिक सुख पाने के लिए भी पहन सकते हैं। यह रत्न टूटे हुए रिश्तों को जोड़ने की शक्ति रखता है।
धारण विधि :
- शनि का उपरत्न होने के कारण इस स्टोन को शनिवार के दिन ही पहनना चाहिए।
- शनिवार की सुबह उठने के बाद स्नान कर लें और घर के पूजन स्थल में साफ आसन पर बैठ जाएं। अब एमेथिस्ट स्टोन माला को गंगाजल से धोकर रख दें और 108 बार शनि के मंत्र "ऊं शं शनैश्चराय नम:" मंत्र का जाप करें। मंत्र जापे के बाद एमेथिस्ट स्टोन माला धारण कर लेवें ।
नियम एवं शर्तें -
1- Original Amethyst Stone Mala.
2- माला 108 दाने की होगी.
3- माला की साइज़ 36 से 38 इंच है.
4- सम्पूर्ण भारत में डिलीवरी फ्री रहेगी.
5- डिलीवरी 5-7 कार्य दिवसों में होगी.