ऐसी कुंडली वालों को भूलकर भी नहीं पहनना चाहिए हीरा, ज़िंदगी बर्बाद कर देता है ये चमकता रत्न
हीरा सबसे महंगा रत्न होता है। कई लोग इसे अपनी शान दिखाने या दिखावा करने के लिए पहनते हैं। हालांकि हीरा सिर्फ स्टेटस सिंबल के लिए नहीं पहनना चाहिए। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हीरे का संबंध शुक्र ग्रह से होता है। ऐसे में जिन लोगों की जन्म कुंडली में शुक्र मजबूत होता है उनके लिए हीरा धारण करना बेहद शुभ माना जाता है।
वहीं जिनकी कुंडली में शुक्र खराब स्थिति में हो उन्हें भूलकर भी हीरा नहीं पहनना चाहिए। ऐसे करने पर इससे लाभ की बजाय हानी मिलती है। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए आज हम आपको हीरे से जुड़ी कुछ दिलचस्प बाते बताने जा रहे हैं।
- जिन जातकों की लग्न मेष, सिंह, वृश्चिक, धनु और मीन होती है उनके लिए हीरा धारण करना शुभ नहीं होता है।
- यदि आपकी लग्न वृषभ, मिथुन, कन्या, तुला, मकर और कुंभ है तो आपको हीरा जरूर धारण करना चाहिए। ऐसे लोगों के लिए ये शुभ होता है। वहीं कर्क लग्न वाले विशेष परिस्थितियों में हीरे के रत्न को धारण कर सकते हैं।
- ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक अगर शुक्र नीच, अस्त, शत्रु गृही या फिर कुंडली के छठे, 8वें और 12वें भाव में विद्यमान हो तो यह खराब होता है। इस स्थिति में कई लोग शुक्र को मजबूत बनाने के चक्कर में बिना ज्योतिष सलाह के हीरा धारण कर लेते हैं। इससे लाभ की बजाय हानी होती है। क्योंकि इस तरह के शुक्र को मजबूत किया जाए तो बुरे प्रभावों में बढ़ोत्तरी होती है।
- अगर शुक्र सप्तमेश, अष्टमेश या द्वितीयेश से गुजारते हुए किसी मारक स्थान पर विराजित हो तो हीरा पहनने से उसकी मारक क्षमता में कई गुना वृद्धि हो जाती है। इस तरह का हीरा मनुष्य की बुद्धि भ्रष्ट कर देता है।
- यदि आपकी उम्र 21 से कम या 50 से अधिक है तो हीरा धारण करने से हर हाल में बचे। यदि शुक्र खराब हो तो हीरा पहनने के बाद वैवाहिक जीवन में प्रॉबलम आने लगती है।
- हीरा जब भी पहने तो उसके साथ मूंगा या गोमेद पहनने से बचे। इससे आपके चरित्र पर बुरा असर पड़ता है।
- दाग वाला या टूटा हुआ हीरा भूलकर भी न पहने। ऐसा हीरा अपयश या दुर्घटना का कारक बनता है। हीरा जितना ज्यादा सफेद हो उतना ही अच्छा होता है।
- ज्योतिषीय उपचार की दृष्टि से एक कैरेट से दो कैरेट के बीच का हीरा धारण करना चाहिए। इससे कम कैरेट का हीरा पहनने से उसका कोई लाभ नहीं मिलता है।