Success Story: खड़ी की ₹5480 करोड़ की कंपनी फिर 5 साल में बेच दी, अब क्या करती हैं?
वाणी कोला 22 साल अमेरिका में रहने के बाद भारत लौटीं। वह कलारी कैपिटल की संस्थापक हैं। यह देश की प्रमुख वेंचर कैपिटल फर्मों में से एक है। राइटवर्क्स और सर्टस सॉफ्टवेयर जैसी सफल कंपनियों की स्थापना का श्रेय भी वाणी को जाता है।
हैदराबाद में हुआ जन्म, इंजीनियरिंग की
वाणी हैदराबाद से ताल्लुक रखती हैं। इसी शहर में उनका जन्म हुआ। उन्होंने उस्मानिया यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। इसके बाद वह अमेरिका चली गईं। अरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी से उन्होंने मास्टर डिग्री हासिल की।
करोड़ों की कंपनी बना 5 साल में बेच दी
साल 1996 में वाणी ने राइटवर्क्स नाम की एक ई-प्रोक्योरमेंट कंपनी शुरू की। पांच साल बाद उन्होंने इसे ICG को 657 मिलियन डॉलर में बेच दिया जो आज के समय में लगभग 5480 करोड़ रुपये होते हैं। इसके बाद उन्होंने सर्टस सॉफ्टवेयर नाम की एक और कंपनी शुरू की और उसे भी बेच दिया। फिर वाणी ने भारत वापस आकर अपनी वेंचर कैपिटल फर्म शुरू करने का फैसला किया।
ऐसे बनी कलारी कैपिटल
भारत लौटकर वाणी ने विनोद धाम और कुआर शिर्लागी के साथ मिलकर इंडो-यूएस वेंचर पार्टनर्स फंड लॉन्च किया। इस फंड को न्यू एंटरप्राइज एसोसिएट्स (NEA) का समर्थन प्राप्त था। चार साल बाद NEA ने इस संयुक्त उद्यम से अलग होने का फैसला किया। 2012 में वाणी ने इसका नाम बदलकर कलारी कैपिटल कर दिया। उनकी फर्म ने अब तक 850 मिलियन डॉलर से अधिक जुटाए हैं। 110 से अधिक स्टार्टअप्स को फंड दिया है। यह जानकारी कंपनी की वेबसाइट पर उपलब्ध है।
पढ़ने-लिखने का काफी शौक
व्यावसायिक जीवन के अलावा वाणी को पढ़ने का बहुत शौक है। उन्हें लिखना और अपने विचार साझा करना भी पसंद है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर उनके 87.6 हजार फॉलोअर्स हैं। वाणी एक साहसी पर्वतारोही और धावक हुआ करती थीं। उन्होंने 2000 के दशक में माउंट किलिमंजारो की चोटी पर चढ़ाई की थी। उन्होंने कई मैराथन में भी भाग लिया है। दो बेटियों की मां वाणी को प्रकृति से बहुत लगाव है। उन्होंने श्रीनिवास कोला से शादी की है।