महल और किलों की धरती है ओरछा, जरूर बनाएं घूमने का प्लान

महल और किलों की धरती है ओरछा, जरूर बनाएं घूमने का प्लान

मध्य प्रदेश में घूमने के लिए कई जगह हैं। मध्यप्रदेश टूरिज्म के क्षेत्र में बेहतरीन डेस्टिनेशन्स में से एक मानी जाती है ओरछा। ओरछा में हर साल घूमने के लिए लाखों पर्यटक आते हैं। बेतवा नदी के तट पर स्थित ऐतिहासिक शहर ओरछा की स्थापना 16वीं शताब्दी में बुंदेला राजपूत प्रमुख रुद्रप्रताप ने की थी। यहां बेतवा नदी सात चैनलों में विभाजित है, जिन्हें सतधारा कहा जाता है। यदि आप भी मध्य प्रदेश घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो ओरछा एक बेहतरीन जगह है।

ओरछा का किला

ओरछा जाने वाले पर्यटक यहां के किले को जरूर देखने जाते हैं। इस किले में महल, मंदिर और अन्य इमारतों सहित बड़ी संख्या में प्राचीन स्मारक हैं। किला और इसके भीतर की अन्य संरचनाएं 16वीं शताब्दी की शुरुआत में ओरछा के राजा रुद्रप्रताप सिंह और उनके बाद के राजाओं के अधीन बनाई गई थीं।
राजा राम का मंदिर
राजा राम मंदिर ओरछा में एक पवित्र तीर्थ स्थल है। जिसे आमतौर पर ओरछा मंदिर के नाम से जाना जाता है और यह भारत का एकमात्र मंदिर है। जहां भगवान राम को राजा के रूप में पूजा जाता है। यहां हर साल लगभग 6,50,000 भारतीय और लगभग 25000 विदेशी श्रद्धालु आते हैं। राजाराम मंदिर के पास एक अद्भुत वायु शीतलता देने वाला स्तंभ स्थित है। जिसे सावन भादों स्तंभ कहा जाता है।
 चतुर्भुजी मंदिर ओरछा में सबसे प्रसिद्ध है। विष्णुमूर्ति के दर्शन के लिए यहां कई पर्यटक आते हैं। चतुर्भुज मंदिर का निर्माण गुर्जर प्रतिहार वंश के शासनकाल के दौरान किया गया था। यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है। यह जगह बेहद अनोखी है और यहां की वास्तुकला देखने लायक है। यह ओरछा का सबसे प्रसिद्ध मंदिर है।
लक्ष्मी नारायण मंदिर
यह मंदिर देवी लक्ष्मी को समर्पित है। लेकिन इसके अंदर देवी की कोई मूर्ति स्थापित नहीं है। इस मंदिर का निर्माण राजा बीर सिंह देव के शासन काल में हुआ था। यह संरचना मंदिर और किले की वास्तुकला के संयोजन का एक उदाहरण है।
 जहांगीर महल ओरछा की सबसे अच्छी जगहों में से एक है। यह जगह लोगों को बहुत आकर्षित करती है। यहां की प्राचीन वास्तुकला देखने लायक है। आप यहां घुमने के लिए आ सकते हैं।
बेतवा नदी तट
अगर आप सेल्फी के शौकीन हैं, तो बेतवा नदी तट सबसे अच्छी जगह है। सूर्योदय और सूर्यास्त के समय यहां का नजारा बेहद खूबसूरत होता है। आप अपने दोस्तों के साथ ओरछा में अपनी छुट्टियों को अविस्मरणीय बना सकते हैं।
कैसे पहुंचे

हवाई मार्ग से

ओरछा के नजदिकी एयरपोट ग्वालियर में राजमाता विजया राजे सिंधिया एयरपोर्ट है। यह ओरछा से 125 किमी की दूरी पर है।
रेल मार्ग से
ओरछा से झाँसी रेलवे स्टेशन 17 किमी की दूरी पर है। दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, इंदौर और अन्य शहर की ट्रेनें झांसी में रुकती है। सड़क से ओरछा के नजदीकी बस स्टेशन झाँसी है। झाँसी से ओरछा के लिए कई बसें, ऑटो और टैक्सियाँ नियमित रूप से उपलब्ध हैं।