कभी साइंस की पढ़ाई करने से रोक गया, आज हैं 500 करोड़ की कंपनी के मालिक

कभी साइंस की पढ़ाई करने से रोक गया, आज हैं 500 करोड़ की कंपनी के मालिक

srikanth bolla success story: अमेरिका के एमआईटी से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के बाद लाखों का पैकेज छोड़ श्री कांत वापस भारत आ

गए और साल 2012 में उन्होंने बोलैंट इंडस्ट्रीज की शुरुआत की. कंपनी की शुरुआत विकलांग लोगों को रोजगार देने के उद्देश्य से की गई थी. साल

2016 में देश के दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा ने बोलैंट इंडस्ट्रीज में सर्वाजनक किए बिना मोटी रकम निवेश की थी.

Shrikanth bolla
srikanth bolla success story
अपनी शानदार एक्टिंग के लिए मसहूर अभिनेता राजकुमार राव अभिनित फिल्म 'श्री कांत' इन दिनों काफी चर्चा का विषय बनी हुई है. यह फिल्म नेत्रहीन उद्योगपति श्री कांत बोल्ला के ऊपर बनाई गई है. श्री कांत नेत्रहीन होने के बावजूद एक 500 करोड़ का साम्राज्य खड़ा किया है. लेकिन उनका ये सफर आसान नहीं रहा. श्री कांत बोल्ला अमेरिका में मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) से साइंस मैंजमेंट में डिग्री हासिल करने वाले पहले नेत्रहीन अंतरराष्ट्रीय छात्र भी हैं. आइए इनके जीवन के बारे में विस्तार से बताते हैं.

किसान परिवार में हुआ जन्म

श्रीकांत बोल्ला का जन्म 7 जुलाई 1991 में आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम के सीतारमपुरम गांव के एक किसान परिवार में हुआ था. बोल्ला को जन्म से ही दोनों आंखों से दिखाई नहीं देता था. जिस कारण उन्हें अपने जीवन में कई बार निराशा और कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. हालांकि उन्होंने अपनी काबलियत और जज्बे के दम पर सभी चुनौतियों को पार किया और आज एक सफल उद्योगपति के रूप में अपनी पहचान बनाई है.

नेत्रहीन होने की वजह से साइंस पढ़ने से रोक गया

श्री कांत बोल्ला में शुरू बचपन से ही कुछ नया सीखने की ललक थी और वे पढ़ाई में भी अच्छे थे. लेकिन उन्हें पढ़ाई के दौरान तमाम चुनौतियों का सामना करना पड़ा, बावजूद इसके वे 10 वीं में अच्छे अंक से पास हुए. लेकिन 10 वीं में अच्छे मार्क लाने के बाद भी उन्हें नेत्रहीन होने के नाते आगे की पढ़ाई साइंस में करने से रोका जा रहा था. लेकिन नियति को कुछ और मंजूर था. इसके बाद उन्होंने इस मामले को लेकर हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया और लगभग 6 महीने बाद अदालत का फैसला इनके पक्ष में आया और उन्होंने साइस, मैथ में अपनी 12 वीं की पढ़ाई पूरी की.

आईआईटी से करना चाहते थे इंजीनियरिंग की पढ़ाई

श्री कांत देश के प्रतिष्ठित संस्थान आईआईटी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना चाहते थे, लेकिन प्रवेश परीक्षा की तैयारी कराने वाले कोचिंग संस्थानों ने उन्हें फीस नहीं भर पाने की बात कहकर एडमिशन देने से इनकार कर दिया. इसके बाद उन्होंने अमेरिका में मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) से मैंजमेंट साइंस में स्नातक की डिग्री हासिल. बोल्ला ऐसा करने वाले पहले नेत्रहीन अंतरराष्ट्रीय छात्र भी हैं.बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, श्रीकांत कहते हैं कि इस बात का अफसोस नहीं हैं. अगर आईआईटी मुझे दाखिला नहीं देना चाहती है, तो मुझे भी आईआईटी नहीं चाहिए."

कुछ ही सालों में खड़ी कर दी 500 करोड़ की कंपनी

अमेरिका के एमआईटी से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के बाद लाखों का पैकेज छोड़ श्री कांत वापस भारत आ गए और साल 2012 में उन्होंने बोलैंट इंडस्ट्रीज की शुरुआत की. कंपनी की शुरुआत विकलांग लोगों को रोजगार देने के उद्देश्य से की गई थी. फोर्ब्स इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2016 में देश के दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा ने बोलैंट इंडस्ट्रीज में सर्वाजनक किए बिना मोटी रकम निवेश की थी. इसके बाद कंपनी ने शानदार काम किया और कोराना महामारी से पहले 130 करोड़ रुपये का रिवेन्यू जनरेट कर लिया. मौजूदा समय में कंपनी की कुल वैल्यूएशन लगभग 500 करोड़ रुपये की है.

इतनी है श्री कांत बोल्ला की नेट वर्थ

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, श्री कांत बोल्ला को साल 2017 में फोर्ब्स एशिया 30 अंडर 30 की लिस्ट में शामिल किया गया था. इसके अलावा उन्हें साल 2021 में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की यंग ग्लोबल लीडर्स लिस्ट में जगह दी गई थी. मिली जानकारी के मुताबिक, श्री कांत बोल्ला की स्टिमेटेड नेटवर्थ 50 करोड़ रुपये के करीब है.