Jog Waterfall : बारिश से बढ़ी वॉटरफॉल की खूबसूरती, जरूर जाएं
बारिश ने जहां देश के हिस्सों में कोहराम मचाया हुआ है वहीं बारिश का एक खूबसूरत पहलू भी है बारिश के दौरान भारत के सबसे बड़े झरने जोग प्रपात की खूबसूरती को कई गुना बढ़ा दिया है। मॉनसून के दौरान ही झरनों की असली खूबसूरती देखने को मिलती है
4 सालों में पहली बार पूरे वेग में गिर रहा है जोग वॉटरफॉल
जोग वॉटरफॉल भारत का सबसे ज्यादा ऊंचाई पर स्थित झरना है चार सालों में यह पहली बार इसका पानी अपनी पूरी क्षमता के साथ गिर रहा है। जिससे इसकी खूबसूरती और बढ़ गई है। इस झरने की ऊंचाई 830 फीट है। राज्य में जारी भारी बारिश के कारण झरने में पानी अच्छी मात्रा देखने को मिल रही है। लिंगनमक्की जलाश्य के सभी 11 गेट खोल देने के बाद झरने में पानी की मात्रा बढ़ गई है। 1964 में यहां डैम का निर्माण किया गया था तब से लेकर अब तक केवल 13 बार डैम में पानी अपनी पूरी क्षमता पर पहुंचा है।
इसके आसपास भी दूसरे डैम भी देखें
अगर आप जोग वॉटरफॉल देखने जा रहे हैं तो इसके आसपास बने अन्य डैम के ऊंचाई से गिरते मंत्रमुग्ध कर देने वाले पानी को देखने भी जरूर जाएं। जोग वॉटरफॉल के नजदीक भद्र डैम और थुंगा डैम भी देखने जाएं। जहां वाटर लेवल जाना होने से डैम के दरवाजे खोल दिए गए हैं। मॉनसून सीजन में कई पर्यटक इन झरनों को देखने आते हैं।
कैसे पहुंचे जोग वॉटरफॉल
हवाई मार्ग- जोग फॉल्स कर्नाटक राज्य में स्थित है और सबसे नजदीकी एयरपोर्ट मैंगलोर (180 किलोमीटर) और बेंगलुरु (378 किलोमीटर) है। एयरपोर्ट पर उतरकर आप कैब या बस से जोग फॉल तक जा सकते हैं।
रेल मार्ग- जोग फॉल्स के सबसे नजदीक शिमोगा रेलवे स्टेशन है जिसकी जोग वॉटरफॉल से दूरी करीब 104 किलोमीटर है। शिमोगा से उतरकर पर्यटक तालुगुप्पा तक मीटर गेज ट्रेन से जा सकते हैं या बस से जा सकते हैं तालुगुप्पा से जोग फॉल्स केवल 16 किलोमीटर दूर है। बेंगलुरु से शिमोगा के लिए रोजाना करीब 4 ट्रेन उपलब्ध हैं।
सड़क मार्ग- जोग फॉल्स तक आप बेंगलुरु से नैशनल हाइवे 4 के जरिए आ सकते हैं। बेंगलुरु से रोजाना स्टेट ट्रांसपोर्ट और निजी बस ऑपरेटर्स की बसें चलती हैं। बेंगलुरु से आप शिमोगा की डायरेक्ट बस ले सकते हैं फिर वहां जोग फॉल्स तक की बस पकड़ सकते हैं।