श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग
नर्मदा किनारे स्थित ओंकार पर्वत पर स्थापित ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग वाला देश का इकलौता एक एेसा है मंदिर है जहां आज भी तीन राज परिवार की ओर से आरती कराई जाती है। इस आरती को करने के लिए ही तीनों राज परिवारों ने तीन अलग-अलग पुजारी को काम सौंपा है, जो अपने समय की आरती और भोग स्वयं लगा देतें हैं। इसका खर्च राज परिवारों की ओर से उठाया जाता है। यह अनूठी परंपरा कोई नई नहीं है, बल्कि बहुत साल पुरानी है। मंदिर के आरती को लेकर बहुत ही चर्चाएं रहती हैं। मंदिर के इस परंपरा को जानने के लिए भी लोग उत्सुक रहते हैं।
कैसे पहुंचे ओम्कारेश्वर
वायु मार्ग द्वारा
समीपस्थ हवाईअड्डा इंदौर है जो की लगभग ७५ किलोमीटर दूर है और पुरे भारत से जुड़ा हुआ है ।
रेल मार्ग द्वारा
ओम्कारेश्वर से १२ किलोमीटर दूर रेलवे स्टेशन है, मोरटक्का (ओम्कारेश्वर रोड़ ) यह खंडवा - रतलाम रेल मार्ग पर है ।
वर्तमान में इस मार्ग पर गेज परिवर्तन का काम चल रहा है जिस कारन यह मार्ग अभी बंद है २०१८ अंत तक कार्य पूर्ण होने की संभावना है ।
सड़क मार्ग द्वारा
सड़क मार्ग द्वारा ओम्कारेश्वर इंदौर , खंडवा , उज्जैन से जूडस है सड़के डबल रोड़ और व्यवस्थित है,
उत्तम ऋतू
ओम्कारेश्वर जुलाई से मार्च तक मौसम अच्छा रहता है । अप्रैल से जून तक काफी गर्म रहता है ।
आरती समय | |
मंगला आरती
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04:30 से 05:30
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दोहपर आरती
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12:20 से 1:20
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शाम आरती
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08:30 से 9:00
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