पिगमेंटेशन (झाइयां) के लक्षण, कारण, घरेलू इलाज
अधिक देर तक धूप में रहने से सूजन की अल्ट्रावायॅलेट किरणें त्वचा को नुकसान पहुँचाती हैं। पोषक तत्वों का सेवन ना करना। इससे शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है।
- केमिकल युक्त उत्पादों का त्वचा पर लम्बे समय तक प्रयोग करना।
- महिलाओं में यह सबसे ज्यादा हार्मोनल असंतुलन के कारण होता है।
- अधिक समय तक गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करने से झाइयों के रूप में चेहरे पर पिग्मेंटेशन हो जाता है।
- अत्यधिक तनावपूर्ण जीवन जीना।
- उम्र बढ़ने के साथ भी चेहरे पर काले धब्बे या झाइयाँ पड़ने की समस्या हो जाती है।
- कई बार मुहाँसे होने के बाद उनके दाग-धब्बों रह जाने के कारण पिग्मेंटेशन हो जाता है ।
- महिलाओं में रजोनिवृति के समय (मासिक धर्म बंद होने के पहले) पिग्मेंटेशन की समस्या हो सकती है।
चेहरे की झाइयों के इलाज के लिए घरेलू उपाय
झाइयों की समस्या होने पर इसे अनदेखा ना करें और ना ही बिना डॉक्टर की सलाह लिए बाजार में मिलने वाली झाइयों की दवा या क्रीम का प्रयोग करें। बेहतर होगा कि पहले आप घरेलू उपाय आजमाएं और अगर उनसे यह समस्या ठीक नहीं होती है तो डॉक्टर के पास जाकर इलाज (jhaiyon ka ilaj) कराएं। आइये कुछ प्रमुख घरेलू उपायों के बारे में जानते हैं –
गाजर से करें झाइयों का उपचार
गाजर को कद्दूकस कर लें। इसमें मुल्तानी मिट्टी डालकर मिला लें। इसमें एक चम्मच नींबू का रस मिलाएँ। इसे त्वचा पर बीस मिनट के लिए लगाकर छोड़ दें। ऐसा सप्ताह में एक बार करें।
आलू से झाइयों का इलाज
आलू का रस निकाल कर झाइयों वाली जगह पर लगाएँ, और सूखने पर ठंडे पानी से धो लें। यह आपको चेहरे की झाइयों से छुटकारा दिलाने में मदद करता है।
पिगमेंटेशन (झाइयाँ) की समस्या में तुलसी का प्रयोग
5–7 तुलसी के पत्तों को पीसकर एक चम्मच नींबू का रस मिलाएँ। इसे त्वचा पर लगाएँ। जब यह सूख जाए तो ठण्डे पानी से धो लें। यह पिग्मेंटेशन में बहुत लाभदायक है।
जैतून के तेल से करें झाइयों का इलाज
जैतून के तेल में चीनी मिलाकर रंजित त्वचा पर 3–4 मिनट तक रगड़ें। बाद में ठण्डे पानी से धो लें। यह उपाय लाभ पहुंचाता है।
पिगमेंटेशन (रंजकता) की समस्या में नींबू से फायदा
एक चम्मच नींबू के रस में एक चम्मच शहद और बादाम का तेल डालकर मिला लें। इससे लगभग 8–10 मिनट तक चेहरे की मालिश करें। एक चम्मच नींबू का रस व शहद मिलाकर त्वचा पर लगाएँ। सूख जाने पर ठंडे पानी से धो लें।
ओटमील का उपयोग झाइयों के इलाज में लाभदायक
दो चम्मच ओटमील, दो चम्मच टमाटर का रस और आधा चम्मच दही डालकर अच्छी प्रकार मिलाएं। इसे रंजित त्वचा पर लगाएं। सूखने के बाद धीरे-धीरे पानी के साथ मालिश करते हुए साफ करें।
पिगमेंटेशन की समस्या में प्याज से लाभ
लाल प्याज पिग्मेंटेशन की समस्या में बहुत लाभदायक होता है। प्याज के एक टुकड़े को काटकर या रस निकालकर झाइयों, और धब्बों वाली जगह पर लगाएँ। करीब दस मिनट रखने के बाद चेहरे को ठंडे पानी से धो लें।
झाइयों की घरेलू दवा है सरसों
सरसों और तिल, यवक्षार के साथ पीसकर लेप करने से कालापन दूर हो जाता है। बेहतर उपाय के लिए किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से जरूर परामर्श लें।
एलोवेरा के उपयोग से पाएं झाइयों से छुटकारा
एलोवेरा पिग्मेंटेड त्वचा के लिए जादुई औषधि है। ताजा एलोवेरा का गूदा निकालकर चेहरे पर 5–7 मिनट मालिश करें। सूखने पर ठण्डे पानी से धो लें।
हल्दी से करें झाइयों का इलाज
1 चम्मच हल्दी पाउडर को नींबू के रस में मिला दें। इसे प्रभावित भाग पर लगाएँँ। 20 मिनट के बाद ठण्डे पानी के साथ धो लें। दिन में एक बार इस प्रक्रिया को करें। मैनशिल, लोध्र, दोनों हल्दी, सरसों को बराबर मात्रा में लेकर पानी में पीसकर लेप बना लें। 20 मिनट तक लेप लगे रहने से बाद में धो लें। इससे सांवलापन दूर हो जाता है।
पिग्मेंटेशन के दौरान आपका खान-पान
- सूखे मेवों का सेवन करें, ताकि शरीर को जरूरी खनिज एवं पोषक तत्व मिल सके।
- जितना हो सके फल एवं सब्जियों का सेवन करें। दिन में कम से कम 7–8 गिलास पानी पिएँ।
- पोषक तत्वों एवं एन्टीऑक्सीडेंट्स से युक्त आहार (जैसे- ताजी सब्जियाँ, फल विशेषकर हरी पत्तेदार सब्जियाँ एवं मौसमी फल) का सेवन करें।
- साइट्रस फलों (जैसे संतरा, आँवला आदि) का अधिक सेवन करें। इसमें मौजूद विटामिन सी त्वचा को पिग्मेंटेशन से बचाता है, और युवा बनाए रखता है।
पिग्मेंटेशन के दौरान आपकी जीवनशैली
पिग्मेंटेशन (झाइयां) के दौरान आपकी जीवनशैली ऐसी होनी चाहिएः- नियमित रूप से प्राणायाम एवं योगासन करने से त्वचा चमकदार एवं रोग रहित रहती है। बहुत देर तक धूप में ना बैठें। धूप में जाने से पहले उच्च गुणवत्तायुक्त सनक्रीन लगाएँ। तेज धूप में जाने पर हमेशा ही सनक्रीन लगा कर निकलें। त्वचा को सूती कपड़े से ढक (home remedies for pigmentation) कर रखें।
पिगमेंटेशन के दौरान परहेज
पिग्मेंटेशन की समस्या में व्यक्ति को इन चीजों से परहेज करना चाहिएः-
- बासी भोजन एवं दूषित जल का सेवन ना करें।
- जंकफूड एवं प्रिजरवेटिव युक्त आहार का सेवन ना करें।
- अधिक मात्रा में चाय, कॉफी आदि का सेवन ना करें।
- सिगरेट या शराब आदि नशीले पदार्थों का सेवन ना करें।
- अत्यधिक तैलीय एवं मिर्च-मसाले युक्त भोजन का सेवन ना करें।
- त्वचा पर केमिकलयुक्त उत्पादों का प्रयोग ना करें। इससे त्वचा में त्वचा में झाइयाँ या धब्बे पड़ सकते हैं। त्वचा की प्राकृतिक चमक खत्म हो जाती है।