इन बहुत छोटे-छोटे उपायों से खुश हो जाएंगे गुरु शनि और केतु
- आपके गुरु स्थान को स्वच्छ करें, जहां साधना या गुरु पूजन करते हैं या तस्वीर रखते हैं।
- अपने मुख्य द्वार पर दोनों तरफ कच्चे दूध में जल और हल्दी मिलाकर डालें।
- अगर जीवन में गुरु नहीं हैं तो माता-पिता को प्रणाम करें।
- पुराने शिक्षकों से मिलने जाएं। उनका आशीर्वाद प्राप्त करें।
- गुरुद्वारा जाएं और आराधना करें। वहां तो गुरुग्रंथ साहिब ही गुरु के रूप में हैं, जो साक्षात ज्ञान और मार्गदर्शक हैं।
- अपने सबसे पुराने नौकर, अधीनस्थ, घर के बुजुर्ग या अपने नाई के नाम से किसी मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण करवाएं।
- यदि ध्वजा चढ़ाना मुश्किल हो तो अपने नौकर के नाम से किसी मंदिर में दान की रसीद कटाएं।
- अपने अधीनस्थ को कोई भी ज्ञान की पुस्तक दान करें एवं उनसे उस पुस्तक के बारे में चर्चा करें।