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श्री रामेश्वरम मंदिर



भारत के प्रमुख तीर्थों में से एक रामेश्वरम को भगवान श्रीराम ने शिवलिंग निर्माण के लिए चुना था। इसलिए इसका नाम रामेश्वर पड़ गया। रामेश्वरम को पुराणों में गंधमादन पर्वत कहा जाता है, यह बंगाल की खाड़ी एवं अरब के सागर के संगम स्थल पर स्थित है।
कैसे पहुंचे ओम्कारेश्वर ।
रामेश्वीरम कैसे पहुंचे रामेश्वररम के लिए बहुत अच्छाव नेटवर्क है। देश के कई हिस्सोंी के लिए यहां से रेल सुविधा उपलब्धव है। यहां का सबसे नजदीकी एयरपोर्ट, मदुरई में स्थित है। रामेश्वधरम की यात्रा का सबसे अच्छाय समय रामेश्वटरम में गर्मियों का मौसम काफी गर्म और सर्दियां सुखद होती है। सर्दियों के दौरान रामेश्ववरम की सैर के लिए आएं।
सड़क मार्ग रामेश्वमरम, चेन्न।ई से सड़क मार्ग द्वारा अच्छीि तरह से जुड़ा हुआ है। चेन्नमई से रामेश्वररम तक के लिए नियमित रूप से बसें चलती है। पर्यटक, वाल्वोज से भी रामेश्वईरम तक जा सकते है। चेन्नएई से रामेश्वचरम तक का वाल्वोछ से किराया 500 रूपए और राज्यन सरकार की बसों का किराया 100 से 150 रूपए होता है। ट्रेन द्वारा रामेश्ववरम में रेलवे स्टेनयान है और अन्यि नजदीकी रेलवे स्टे्शन चेन्न ई में स्थित है जिसका दक्षिण रेलवे में अच्छान और मजबूत नेटवर्क है। रामेश्व्रम से चेन्नजई के बीच चार ट्रेन चलती है। इनमें से दो ट्रेन नियमित रूप से चलती है। एक ट्रेन मंगलवार के दिन और एक ट्रेन शनिवार के दिन चलती है। रामेश्व रम जाने के लिए एडवांस में टिकट बुक करवाई जा सकती है।
एयर द्वारा रामेश्वेरम का सबसे नजदीकी एयरपोर्ट मदुरई में स्थित है। मदुरई एयरपोर्ट, चेन्नसई एयरपोर्ट से अच्छीं तरह से जुड़ा हुआ है और हर दिन, चेन्नहई और मदुरई के बीच नियमित रूप से काफी उड़ाने भरी जाती है। अगर एक बार आप मदुरई या चेन्निई एयरपोर्ट पहुंच जाते है तो रामेश्वकरम तक टैक्सी़ द्वारा आसानी से पहुंच सकते है। इतनी दूरी के लिए टैक्सीह वाले 3500 से 5000 रूपए तक लेते है लेकिन वह आपको रामेश्वलरम तक सुविधाजनक तरीके से पहुंचा देते है।


आरती समय
पल्लियारै आरती
05: 00 से 5 : 10
स्प्तिकलिंफ्गा आरती
05:10 से 05:20
थिरुवान्नान्थल आरती
05:45 से 05:55
विला आरती
07:00 से 07:30
कलासंथी आरती
10:00 से 10:30
उचिकला आरती
12:00 से 12 :30
सयारात्चा आरती
6:00 से 6:30
शयन आरती
08:45 से 09 :15