सही दिशा में लगी घड़ी खोलगी सौभाग्य के द्वार
अक्सर लोगों को आपने ये कहते हुए सुना होगा कि 'मेरा समय ठीक नहीं चल रहा'. लेकिन ज्योतिष और वास्तु की बात करें, तो ये अद्वितीय शास्त्र हमें ये ज्ञान देते हैं कि चाहे कैसी भी विपरीत परिस्थितियां क्यों न हों, ज्योतिष और वास्तु की सहायता से इन दोषों को कम किया जा सकता है और अपने विपरीत परिस्थितियों को अपने अनुकूल बनाया जा सकता है.
क्या आपकी घड़ी गलत दिशा में है?: ज्योतिष और वास्तु के अनुसार घर और ऑफिस में यदि सही जगह पर घड़ी लगायी जाये तो इनके बड़े अच्छे परिणाम देखने को मिले हैं, वहीं ये भी देखा गया है कि यदि वास्तु के नियमों के प्रतिकूल घड़ी लगायी जाये तो नुकसान भी उठाना पड़ा है, या फिर उस जगह कुछ न कुछ नकारात्मकता व्याप्त हो ही जाती है.
वास्तुशास्त्र के अनुसार घर या ऑफिस की दक्षिणी दीवार पर घड़ी नहीं होनी चाहिए. चूंकि दक्षिण दिशा यम की दिशा मानी गयी है. यम को हिंदू शास्त्रों में मृत्यु का देवता माना गया है.
यदि आपके साथ भी भाग्य और समय साथ न दे रहे हों तो अपने घर और वास्तु को पूर्णत: वास्तु के अनुकूल करें और सकारात्मक शक्तियों की वृद्धि करें.
दिशा दोष निवारण उपाय :
ज्योतिष और वास्तु शास्त्र के अनुसार आप अपने घर की दक्षिण दिशा की शुभता बढ़ाने के लिए घर के मुखिया की तस्वीर लगा सकते हैं, क्योंकि ये दिशा घर के मुख्य व्यक्ति का होता है. ऐसा करने से मुख्य व्यक्ति का स्वास्थ्य सदैव अच्छा रहता है.
क्या करें और क्या न करें ?
- दक्षिण दिशा में घड़ी कदापि न लगाएं.
- घर के मुख्य दरवाजे के ऊपर भी घड़ी कभी न लगाएं.
- बंद पड़ी हुई घडिय़ों को यथाशीघ्र सही करवाएं.
- यदि घड़ी बिल्कुल खराब हो गयी हो तो घर में ना रखें.
- किसी भी रिश्तेदार को भूल कर भी गिफ्ट में घड़ी ना दें.
- यदि घड़ी का समय आगे या पीछे हो गया हो तो उसे सही समय से मिला लें .
- घड़ी का समय आगे या पीछे न रखें .
- दीवार घड़ी पर कभी धूल न जमने दें, उसे साफ करते रहा करें.
- उन घडिय़ों को लगायें जिनकी ध्वनि मधुर हो.
- घर के पूर्व, उत्तर और पश्चिम में ही घड़ी लगायें