मंदी में दुकान नहीं चल रही है तो ये वास्तु उपाय करेंगे आपकी मदद
कोरोना वायरस की वजह से लोग घर से नहीं निकल रहे हैं, जिसकी वजह से दुकान या व्यापार सही से चल नहीं रहे हैं, जिसकी वजह से आर्थिक स्थिति खराब होती चली जा रही है। हर दुकानदार चाहता है कि उसकी दुकान में ज्यादा ग्राहक आएं, जिससे उसको ज्यादा लाभ हो लेकिन मंदी की वजह लोग खरीदारी के लिए कम निकल रहे हैं। जिससे खर्चे भी पूरे नहीं हो रहे हैं। वास्तु शास्त्र में ऐसे कुछ उपाय बताए गए हैं, जिनके करने से आपकी दुकान में पहले की तरह चमक लौट आएगी। वास्तु के इन उपायों से ना सिर्फ धन लाभ होगा बल्कि लोग भी दुकान की तरफ आकर्षित होंगे |
इस दिशा को रखें खाली
वास्तु शास्त्र के अनुसार, ईशान कोण को सबसे पवित्र माना जाता है। इसलिए दुकान या शोरूम के ईशान कोण को बिल्कुल खाली रखना चाहिए, अगर यह संभव नहीं है तो उसको थोड़ा हल्का कर दें। ऐसा करने से आपके दुकान में ग्राहकों की संख्या में इजाफा होगा। दुकान में पानी की व्यवस्था ईशान कोण, उत्तर या फिर पूर्व दिशा में रखें।
दुकान का भारी सामान इस दिशा में रखें
दुकान या शोरूम में जो भी भारी सामान है उसको दक्षिण या फिर पश्चिम दिशा में रखें। ऐसा करने से धन का मार्ग खुलता है, जिससे आपको लाभ होगा। अगर दुकान में तराजु या फिर सामान नापने के लिए कुछ है तो आप उसे इसी दिशा में रखें।
इस दिशा में बैठे दुकान का मालिक
दुकान या शोरूम में अलमारी, शोकेस, फर्नीचर आदि का प्रयोग दक्षिण-पश्चिम या नैऋत्य दिशा में करें। दक्षिण और पश्चिम दिशा के मध्य के स्थान को नैऋत्य दिशा का नाम दिया गया है। वहीं दुकान का मालिक या मैनेजर दक्षिण-पश्चिम दिशा में बैठें तो ज्यादा उत्तम रहेगा।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, दुकान के सामने कोई सीढ़ी, बिजली या फोन का खंबा या फिर पेड़ नहीं होना चाहिए। यह भी ध्यान रखें कि मालिक और तिजोरी के ऊपर कोई बीम नहीं होना चाहिए। ऐसा करने से धन की आवक में रुकावट आ जाती है। इससे व्यवसाय में मंदी आती रहती है।
ग्राहकों के लिए छोड़ दें ये जगह
दुकान के पूर्वी व उत्तरी क्षेत्र को ग्राहकों के आने-जाने के लिए खाली छोड़ देना चाहिए। यह दिशा लोगों को दुकान में आने के लिए आकर्षित करती है, इससे ग्रहाकों की संख्या में इजाफा होता है। वहीं दुकान में पूजा स्थान ईशान, उत्तर या पूर्व में बनाएं।
इस दिशा में हो बिजली का सामान
वास्तु शास्त्र के अनुसार, दुकान का विद्युत उपकरण मीटर, इनवर्टर, पंखे-बिजली का स्विच बोर्ड, बिजली का मीटर आदि आग्नेय कोण में स्थापित करना चाहिए। दक्षिण और पूर्व के मध्य का कोणीय स्थान आग्नेय कोण के नाम से जाना जाता है। वहीं दुकान में माल का स्टोर दक्षिण, पश्चिम या नैऋत्य में कर सकते हैं।