जाने! भारत के सात प्रमुख धार्मिक स्थल जहां लोगो को मिलता है मोक्ष
पवित्र ग्रंथों के अनुसार, भारत में इन तीर्थ स्थलों की यात्रा से मोक्ष प्राप्ति होती है। सप्त पूरी में भारत के सात शहर शामिल हैं। ऋषियों के अनुसार सप्त पूरी के यह सात शहर सांस्कृतिक और भाषाई विविधता के बावजूद भारत की एकता को भी दर्शाते है।
प्रत्येक शहर का हिंदू शास्त्रों के साथ संबंध है और माना जाता है कि यह प्रमुख हिंदू देवताओं के स्थान हैं। ऐसा माना जाता है कि भगवान राम का जन्म अयोध्या में हुआ था, भगवान कृष्ण का जन्म मथुरा में हुआ था और इसी तरह के अन्य शहरों में अन्य हिंदू देवताओं से संबंधित हैं।
अयोध्या -
सप्तपुरी में अयोध्या भी शामिल है, जोकि हिंदुयों के धर्मिक स्थलों में से एक है। यह भगवान राम का जन्म स्थल है..जोकि वर्षो से विवादों में है। माना जाता है कि,अयोध्या की खोज मनु द्वारा की गयी थी, जोकि हिंदू विचारधाराओं के भी निर्माता हैं। अयोध्या उत्तर प्रदेश में सरयू नदी के तट पर स्थित है..इतिहास में इस जगह का उल्लेख जय जगह किया गया है। जिसमे से सबसे प्रसिद्ध कहानी है कि, यहां भगवान राम का जन्म हुआ था, और उन्होंने शासन भी किया था।
वाराणसी -
उत्तर प्रदेश की धार्मिक नगरी वाराणसी हिंदुयों का पवित्र धार्मिक स्थल है।माना जाता है कि, अगर यहां किसी व्यक्ति की मृत्यु होती है, तो उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। वारणसी भारत के पुराने शहरों में से एक है जोकि गंगा के किनारे पर स्थित है। यह शहर सप्तपुरी का प्रमुख शहर है..इस शहर में असंख्य मंदिर है, यहां स्थित काशी विश्वनाथ बेहद लोकप्रिय है..यह मंदिर (12 ज्योतिर्लिंग्स में से एक है)।
मथुरा -
पुराणों के मुताबिक, मथुरा श्री कृष्ण का जन्मस्थान है...भगवान श्री कृष्ण हिंदुयों के प्रमुख देवतायों में से एक हैं। बताया जाता है कि, श्री कृष्ण का जनम एक जेल में हुआ था। मथुरा भारत के पुराने शहरों में से एक है..यहां कई मंदिर हैं साथ ही मथुरा वृदावन और गोवर्धन से लगा हुआ शहर है, जिसका वर्णन महाकाव्य में भी किया गया है। श्री कृष्ण जन्मभूमि मथुरा अपने कई प्रसिद्ध मन्दिरों के लिए विख्यात है जैसे इस्कोन मंदिर, पागल बाबा मंदिर,बिरला मंदिर आदि।
हरिद्वार -
हरिद्वार सप्त पुरी के पवित्र शहरों में से एक है। यह उत्तराखंड में गंगा नदी के तट पर स्थित है यह हर 12 साल पर कुंभ मेला आयोजित होता है। यह उत्तराखंड स्थित चार धाम यात्रा का द्वार भी है। हरिद्वार एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है, जो मनसा देवी मंदिर, चंडी देवी मंदिर, माया देवी मंदिर और भारत माता मंदिर के लिए प्रसिद्ध है।
कांचीपुरम -
दक्षिण भारत के तमिल नाडू में स्थित कांचीपुरम भी सप्तपुरी का हिस्सा है..जिसके चलते यह हिंदुयों के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है। इस काचीअम्पाठी के नामा से जाना जाता है.. कांचीपुरम शिवजी और वैष्णव अनुयायियों के लिए प्रसिद्ध है, क्योकि यहाँ बहुत से मंदिर जैसे कामाक्षी अम्मान मंदिर, कौलासनाथर मंदिर, एकम्बरेश्वर मंदिर, और वैकुण्ठ पेरूमल मंदिर स्थापित है।
द्वारका -
द्वारका पहले गुजरात की राजधानी हुआ करती थी..यह वही जगह है जहां श्री कृष्ण ने ने कंस का वध कर अपनी नगरी बसाई थी।पवित्र द्वारका शहर चार धामों का भी एक हिस्सा है, इन चार धामों में द्वारका के अलावा बद्रीनाथ, जगन्नाथ पूरी और रामेश्वरम का समावेश है।
उज्जैन -
उज्जैन को उज्जयिनी और अवंतिका के नाम से भी जाना जाता है, जो क्षिप्रानदी के तट पर बसा हुआ है और साथ ही कुम्भ मेले का आयोजन करने वाले चार शहरो में से भी एक है। उज्जैन का पवित्र शहर महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग का घर और भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है।