यछाया कुबेराय वैश्रवणाय धन धान्याधिपतये धन धान्य समृधि में देही दापय स्वाहा: ||भगवान् शंकर ने इस मंत्र को रावण को बताया था।मंत्र प्रयोग से पहले गणपति की साधना जरुरी है ।
Adminblogs
Adminblogs Jul 19, 2023 6001
Adminblogs Oct 30, 2023 5270
Adminblogs Jan 19, 2024 4975
Adminblogs Jan 2, 2024 4125
AdminBlog Dec 22, 2023 3817
Adminblogs Aug 11, 2023 3027
लाल
नीला
पीला
हरा
गुलाबी
Vote View Results
Total Vote: 2513
View Options