ओलोंग टी के फायदे और नुकसान
ओलोंग टी, चाय का एक प्रकार है। यह कैमेलिया साइनेंसिस पौधे से तैयार की जाती है, जिससे ग्रीन टी और ब्लैक टी को भी निकाला जाता है। ग्रीन और ब्लैक टी से अलग, ओलोंग चाय आधी फर्मेंटेड होती है। इसे मुरझाई, कुचली और आंशिक रूप से ऑक्सीकृत पत्तियों से बनाया जाता है। इसका उत्पादन ताइवान में ज्यादा किया जाता है और यहां से यह चाय जापान और जर्मनी जैसे कई देशों में निर्यात की जाती है । ओलोंग चाय भी स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद मानी जाती है, इस विषय में नीचे विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई है।
कई तरह के शोध में स्वास्थ्य के लिए ओलोंग चाय पीने के फायदे सामने आए हैं। उन्हीं के आधार पर लेख के आगे के भाग में हम ओलोंग चाय के स्वास्थ्य लाभ के बारे में जानकारी देंगे।
ओलोंग चाय के फायदे –
नीचे पढ़ें ओलोंग चाय पीने के फायदे।
दिल को स्वस्थ रखने के लिए ओलोंग चाय के फायदे
हृदय को स्वस्थ रखने के लिए ओलोंग चाय पीने के फायदे देखे जा सकते हैं। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि जो लोग कॉफी, ग्रीन टी और ओलोंग टी या कैफीन का सेवन करते हैं, उनमें हृदय रोग से मृत्यु का जोखिम कम हो सकता है। इतना ही नहीं इस विषय में चीन और जापान में किए गए कुछ अध्ययनों में यह बात सामने आई है कि ओलोंग टी के सेवन से स्ट्रोक और हृदय संबंधी समस्याओं का खतरा कम हो सकता है। फिलहाल, इसमें अभी और शोध की आवश्यकता है।
मोटापा कम करने में सहायक
बदलती जीवनशैली और खानपान का ध्यान न रखना मोटापे का कारण हो सकता है । मोटापा कई बीमारियों जैसे – हृदय रोग, डायबिटीज और गठिया का कारण बन सकता है। ऐसे में बेहतर है कि व्यक्ति वक्त रहते इसपर ध्यान दें। यहां ओलोंग चाय के लाभ देखे जा सकते हैं। दरअसल, ओलोंग चाय और मोटापे से संबंधित एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध में इसके प्रभाव की बात सामने आई है। शोध में मोटापे से ग्रस्त 102 लोगों को 6 हफ्तों तक हर रोज 8 ग्राम ओलोंग चाय का सेवन कराया गया। शोध में यह बात सामने आयी कि ओलोंग चाय शरीर में वसा की मात्रा कम कर सकती है और लिपिड मेटाबोलिज्म में सुधार के माध्यम से शरीर के वजन को कम कर सकती है। ऐसे में यह अनुमान लगाया जा सकता है कि ओलोंग चाय के लगातार सेवन से मोटापे को नियंत्रित किया जा सकता है। इसके साथ ही इसमें एंटी-ओबेसिटी गुण मौजूद होता है, जो कि वजन कम करने का एक और कारण हो सकता है। हालांकि, सिर्फ ओलोंग टी के भरोसे रहकर वजन कम करना पूरी तरह से संभव नहीं है। वजन कम करने के लिए डाइट और जीवनशैली में कुछ बदलाव भी जरूरी है।
कैंसर के जोखिम को कम करने के लिए ओलोंग टी
ओलोंग चाय पीने के फायदे में कैंसर का जोखिम कम होना भी शामिल है। ऐसे तो कई शोध इस बारे में मौजूद हैं, लेकिन सबके बारे में बताना संभव नहीं है। इसलिए, हमने एनसीबीआई के कुछ विशेष अध्ययनों का चुनाव किया है। एक चीनी अध्ययन में यह पाया गया कि नियमित चाय का सेवन, जिसमें ओलोंग चाय भी शामिल है, महिलाओं में ओवेरियन कैंसर के जोखिम को कम कर सकता है। इसके अलावा, ग्रीन टी के गुण के समान ही ओलोंग चाय, स्तन कैंसर कोशिकाओं के प्रसार को रोकने में मदद कर सकता है। साथ ही यह स्तन कैंसर के लिए कीमोप्रिवेंटिव (कैंसर को रोकने के लिए) एजेंट की तरह काम कर सकता है।
मस्तिष्क के लिए ओलोंग चाय
ओलोंग टी का सेवन मस्तिष्क के लिए भी लाभकारी हो सकता है। यह बात इस विषय से संबंधित एक शोध में सामने आई है। शोध के अनुसार ब्लैक, ओलोंग और ग्रीन टी का सेवन दिमागी विकास में मदद कर सकता है । सिर्फ मस्तिष्क ही नहीं, बल्कि ओलोंग टी का असर तनाव की समस्या से भी निजात दिलाने मे सहायक हो सकता है। इसके पीछे इसमें मौजूद गाबा (GABA- एक प्रकार का एमिनो एसिड) को माना गया है फिलहाल, इस संबंध में अभी और शोध की आवश्यकता है।
ब्लड प्रेशर के लिए ओलोंग चाय
जिनको उच्च रक्तचाप की समस्या है, उनके लिए भी ओलोंग चाय का सेवन काफी लाभकारी हो सकता है। चीन में हुए एक शोध के अनुसार, जिन व्यक्तियों ने एक साल तक प्रति दिन 120 एमएल या उससे अधिक ग्रीन या ओलोंग टी का सेवन किया, उनमें उच्च रक्तचाप का जोखिम कम पाया गया। ऐसे में यह अनुमान लगाया जा सकता है कि ओलोंग टी का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है ।
ध्यान रहे कि जिनको उच्च रक्तचाप है वो इसका सेवन थोड़ा ध्यान से करें क्योंकि ओलोंग चाय में अन्य चाय की तरह ही कैफीन होता है। अगर इसका अत्यधिक सेवन किया जाए तो यह ब्लड प्रेशर बढ़ा भी सकती है।
ओलोंग चाय एनर्जी ड्रिंक की तरह
अन्य चाय की तरह ओलोंग चाय में भी कैफीन मौजूद होता है। ऐसे में कैफीन का सेवन व्यक्ति में एनर्जी बढ़ाने में मदद कर सकता है । ध्यान रहे कि इसका जरूरत से ज्यादा सेवन न करें, वरना इसके नकारात्मक प्रभाव (बेचैनी, मतली और उल्टी) भी सामने आ सकते हैं।
रोग-प्रतिरोधक क्षमता के लिए
ओलोंग चाय का सेवन रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए भी किया जा सकता है। दरअसल, यह भी एक चाय है और एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक रिसर्च आर्टिकल के अनुसार, चाय में मौजूद पॉलीफेनोल्स इम्यून पावर को बढ़ाने का काम कर सकते हैं। यहां ओलोंग टी कितना लाभकारी है, इसपर फिलहाल कोई ठोस प्रमाण उपलब्ध नहीं है।
त्वचा के लिए ओलोंग चाय के फायदे
सिर्फ स्वास्थ्य के लिए ही नहीं बल्कि त्वचा के लिए भी ओलोंग चाय पीने के फायदे हैं। दरअसल, यह बात एक्जिमा (त्वचा पर खुजली, जलन और रैशेज) को लेकर किये गए एक शोध में सामने आयी है। एनसीबीआई (NCBI) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध में ओलोंग चाय का उपयोग एक्जिमा जैसी त्वचा की परेशानी के लिए लाभदायक पाया गया है। इस लाभ के पीछे इसमें मौजूद पॉलीफेनोल्स के एंटी-एलर्जिक गुण हो सकते हैं।
बालों के लिए ओलोंग चाय के फायदे
सिर्फ त्वचा ही नहीं बल्कि बालों को स्वस्थ बनाने के उपाय के रूप में भी ओलॉन्ग चाय के फायदे हो सकते हैं। फिलहाल, इस पर कोई वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है, फिर भी लोगों के अनुसार ऐसा माना जाता है कि ओलॉन्ग टी को बालों में लगाने और इसके सेवन से बालों का झड़ना कुछ हद तक कम हो सकता है। बेहतर है कि व्यक्ति इस बारे में किसी विशेषज्ञ की सलाह लें।
ओलोंग टी के नुकसान –
हर चीज का फायदा है तो कुछ नुकसान भी है। ठीक उसी तरह ओलोंग टी के नुकसान भी हैं, जिसके बारे में हम नीचे जानकारी दे रहे हैं। ओलोंग चाय का लंबे समय तक सेवन मधुमेह के जोखिम को बढ़ा सकता है । मधुमेह के मरीज इसका सेवन डॉक्टरी परामर्श से करें। ओलोंग टी में कैफीन मौजूद होता है। ऐसे में इसके अधिक सेवन से बार-बार पेशाब आना, मतली, उल्टी, बेचैनी और अनिद्रा जैसे दुष्प्रभाव सामने आ सकते हैं । ऐसे तो गर्भवती महिलाओं को कैफीन (प्रतिदिन 200 मिलीग्राम से कम) लेने में कोई समस्या नहीं है । लेकिन, बेहतर है कि गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाएं इसका सेवन डॉक्टर के कहे अनुसार करें।