पितृ पक्ष के दौरान न करें ये 7 काम
पितृ पक्ष में कुछ विशेष नियमों का पालन किया जाता है. मान्यता है कि अगर श्राद्ध के दौरान नियमों की अनदेखी की जाए तो पितृ नाराज हो जाते हैं और उनकी आत्मा को कष्ट पहुंचता है.
पितृपक्ष में हर दिन तर्पण करना चाहिए. पानी में दूध, जौ, चावल और गंगाजल डालकर तर्पण किया जाता है.
इस दौरान पिंड दान करना चाहिए. श्राद्ध कर्म में पके हुए चावल, दूध और तिल को मिलकर पिंड बनाए जाते हैं. पिंड को शरीर का प्रतीक माना जाता है.
इस दौरान कोई भी शुभ कार्य, विशेष पूजा-पाठ और अनुष्ठान नहीं करना चाहिए. हालांकि देवताओं की नित्य पूजा को बंद नहीं करना चाहिए.
श्राद्ध के दौरान पान खाने, तेल लगाने और संभोग की मनाही है.
इस दौरान रंगीन फूलों का इस्तेमाल भी वर्जित है.
पितृ पक्ष में चना, मसूर, बैंगन, हींग, शलजम, मांस, लहसुन, प्याज और काला नमक भी नहीं खाया जाता है.
इस दौरान कई लोग नए वस्त्र, नया भवन, गहने या अन्य कीमती सामान नहीं खरीदते हैं.