सुपरस्टार रजनीकांत इन दिनों फिल्मों के साथ-साथ आध्यात्म पर जोर दे रहे हैं। बीते दिनों उन्होंने हिमालय की आध्यात्मिक यात्राएं कीं, और अब वह पवित्र गुफाओं की यात्रा की योजना बना रहे हैं। 73 साल के रजनीकांत केदारनाथ और ब्रदीनाथ धाम की यात्रा पर निकले हैं। वह चेन्नई से उत्तराखंड के देहरादून पहुंचे। वहां एयरपोर्ट पर उन्होंने आध्यात्मिक यात्राओं के बारे जानकारी दी है।
न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में रजनीकांत ने कहा, 'पूरी दुनिया को आध्यात्मिकता की जरूरत है, क्योंकि यह हर इंसान के लिए महत्वपूर्ण है। आध्यात्मिक होने का मतलब है शांति और सुकून का अनुभव करना और मूल रूप से इसमें ईश्वर में विश्वास करना शामिल है। हर साल में अपनी आध्यात्मिक यात्राओं से एक एक अलग और नया अनुभव प्राप्त करता हूं।'
अबू धाबी के मंदिर में पूजा, मिला गोल्डन वीजा
रजनीकांत ने बीते दिनों अबू धाबी में ही BAPS हिंदू मंदिर जाकर दर्शन किए थे। मंदिर से रजनीकांत का वीडियो BAPS हिंदू मंदिर के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट की गई थी। रजनीकांत को UAE के संस्कृति और पर्यटन विभाग ने गोल्डन वीजा दिया है। सुपरस्टार एक्टर ने गोल्डन वीजा मिलने पर सहयोग के लिए अबू धाबी सरकार और अपने दोस्त, लुलु ग्रुप के चेयरमैन एमए यूसुफ अली का आभार व्यक्त किया।
आ रही है रजनीकांत की 'वेट्टैयन' और 'कुली'
वर्कफ्रंट की बात करें, तो रजनीकांत ने टीजे ज्ञानवेल के डायरेक्शन में बन रही 'वेट्टैयन' की शूटिंग पूरी कर ली है। इस फिल्म में वह अमिताभ बच्चन के साथ नजर आएंगे। यह रजनीकांत के करियर की 170वीं फिल्म है। 'वेट्टैयन' इसी साल अक्टूबर महीने में रिलीज होगी। वह आगे लोकेश कनगराज के डायरेक्शन में फिल्म 'कुली' में भी नजर आएंगे।