दिलकश और मनमोहक नजारों से घिरी है हिमाचल की तीर्थन घाटी, गर्मियों में भी देती है सर्दियों का एहसास
तीर्थन एक ऑफबीट डेस्टिनेशन है, जिसमें सभी के लिए कुछ न कुछ मौजूद जरूर है। यह शांत घाटी ट्रैकिंग, मछली पकड़ने, वाइल्डलाइफ नेशनल पार्क देखने के लिए बेस्ट है। यहां के पहाड़ी गांव भी काफी खूबसूरत लगते हैं, जहां आपको लोगों की बहुत कम भीड़-भाड़ देखने को मिलेगी।
तीर्थन एक ऑफबीट डेस्टिनेशन है, जिसमें सभी के लिए कुछ न कुछ मौजूद जरूर है। यह शांत घाटी ट्रैकिंग, मछली पकड़ने, वाइल्डलाइफ नेशनल पार्क देखने के लिए बेस्ट है। यहां के पहाड़ी गांव भी काफी खूबसूरत लगते हैं, जहां आपको लोगों की बहुत कम भीड़-भाड़ देखने को मिलेगी। अगर आप गर्मियों में किसी ऐसी जगह पर घूमना चाहते हैं, जो पर्यटकों द्वारा सबसे कम घूमा जाता है, तो एक बार आपको तीर्थन घाटी जरूर जाना चाहिए।
तीर्थन का खूबसूरत झरना -
यहां आप अगर रोला गांव से चढ़ाई करते हुए जाते हैं, तो आपको जंगली घाटी में छिपा एक खूबसूरत झरना देखने को मिलेगा। आराम करने और आसपास के असली माहौल का अनुभव करने के लिए आप कुछ समय यहां बिता सकते हैं। यदि आप यहां की और चीजों को देखना चाहते हैं, तो आप उत्तर के लिए हाइकिंग का विकल्प चुन सकते हैं, वहीं दक्षिण में खोरली पोहि है, जो मोनल पक्षी का प्रजनन क्षेत्र है, यहां आप फॉरेस्ट डिपार्टमेंट से खास अनुमति लेकर ही यहां जा सकते हैं।
यहां के गांवों में घूमने का आनंद लें -
तीर्थन में करने के लिए काफी कुछ मौजूद है। अगर आपके पास पूरे दिन करने के लिए कुछ नहीं है, तो आप बस यहां की सड़कों पर सैर के लिए निकल सकते हैं, जो जंगलों से होकर गुजरती हैं। ये सड़कें आपको गुशैनी, नागिनी, सोजा और बंजार के छोटे-छोटे गांवों में ले जाएंगी। यहां की हर एक जगह छत वाले खेतों, लुढ़कते पहाड़ों और हरे-भरे नजारों से घिरी हुई है। यहां की खूबसूरती को देखकर यकीनन आपकी आत्मा तृप्त हो जाएगी।
रात में तारों के नीचे करें कैंपिंग -
रात में तारों को देखते हुए सोने का अनुभव आपको तीर्थन से अच्छा कहीं और नहीं मिल सकता। रात के दौरान यहां की खूबसूरती को शब्दों में व्यक्त कर पाना मुश्किल है। सेरोलसर और पाराशर जैसी प्राचीन झीलों के किनारे खुले में सोने का अवसर आपको बिल्कुल भी नहीं छोड़ना चाहिए। तारों से जगमगाते आकाश के नीचे कैंपिंग और बॉनफायर का कॉम्बिनेशन उस पल को रोमांटिक बना देगा।
यहां है स्वर्ग की सीढ़ी का मैदान -
तीर्थन से लगभग 50 किमी दूर शांगढ़ है, जहां आप रोपा, सैंज, लारजी और नेउली के विचित्र गांवों की यात्रा कर सकते हैं। शांगढ़ घास के मैदान की अछूती सुंदरता और शांति आपको यकीनन बेहद पसंद आएगी। ऐसा कहा जाता है कि यह घास का मैदान महाभारत के पांडव भाइयों द्वारा बनाया गया था, जिन्होंने इस खूबसूरत स्थल को स्वर्ग की सीढ़ी बनाने के लिए चुना था।
नदी किनारे घूमने लायक जगहें -
चूंकि तीर्थन नदी लारजी में ब्यास नदी से मिलने से पहले कुछ बेहतरीन जंगलों से होकर गुजरती है, इसलिए नदी के सुंदर किनारों को देखते हुए आप कई विचित्र गांवों को भी देख सकते हैं। गुशैनी और नागिनी जैसे गांवों में आप एक या दो दिन रुककर यहां की प्रकृति का मजा ले सकते हैं।