टूथब्रश चुनते हुए रखें इन बातों का ध्यान, जानें दांत साफ करने का सही तरीका
जब बात आती है दांतों की सफ़ाई कि तो अक्सर लोग टूथब्रश की बजाय टूथपेस्ट को ज़्यादा महत्व देते हैं, जबकि टूथब्रश का सही चुनाव भी बेहद ज़रूरी है, क्योंकि ब्रश अगर अच्छा नहीं हुआ, तो दांतों और मसूड़ों को नुक़सान पहुंच सकता है। दांतों की सफाई के लिए सिर्फ टूथब्रश का होना ही जरूरी नहीं, बल्कि उसका प्रकार और ब्रश को उपयोग करने का तरीका भी बेहद मायने रखता है। आपको जरूर पता होना चाहिए कि साफ सुथरी, चमकदार और सेहतमंद मुस्कान के लिए किस तरह का ब्रश प्रयोग करना चाहिए
कैसा होना चाहिए टूथब्रश?
- टूथब्रश सॉफ्ट ब्रिसल्सवाला और अच्छे ब्रांड का होना चाहिए। हार्ड ब्रिसल्सवाले ब्रश मसूड़ों को नुक़सान पहुंचा सकते हैं।
- ब्रश करते व़क्त टीवी और न्यूज़पेपर न पढ़ें केवल ब्रशिंग पर ही ध्यान दें।
- मसू़ड़े अगर कमज़ोर हैं, तो सुपर सॉफ्ट या सेंसिटिव टूथब्रश का इस्तेमाल करना सही होगा।
- गोल सिर वाले ब्रश आरामदायक होते हैं। ये दांतों के कोने तक पहुंचते जाते हैं।
- टूथब्रश का हैंडल जितना लंबा होगा, उसे पकड़ना उतना ही अधिक आसान होगा।
- टेढ़े-मेढ़े दांतों के लिए ज़िगजैग ब्रश का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- ब्रश करने से पहले और बाद में उसे अच्छी तरह से धो लें।
- कभी-कभार ब्रश धोने के लिए गर्म पानी या माउथवॉश का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
- ब्रश अगर ख़राब न भी हुआ हो, तब भी हर तीन महीने में ब्रश बदल दें। - अगर ब्रश के बिसल्स सख़्त हो गए हों, तो तुरंत ब्रश बदल दें।
- बच्चों के लिए केवल बेबी टूथब्रश का ही इस्तेमाल करें। टूथब्रश बाथरूम में न रखें। बाथरूम के बैक्टीरिया ब्रश पर चिपक सकते हैं।
- घर के सभी सदस्यों के ब्रश के साथ न रखें। ऐसा करने से एक ब्रश के बैक्टीरिया दूसरे ब्रश पर लग सकते हैं। अगर ब्रश के बिसल्स पर आप कैप लगाते हैं, तो ब्रश के सूख जाने के बाद कैप लगाएं।
ब्रश करने का सही तरीक़ा
- टूथपेस्ट लगाकर ब्रश को दांतों के इनैमल (दांतों और मसूड़ों के मिलनेवाली जगह) पर ऊपर से नीचे और दाएं से बाएं की ओर गोल घुमाएं।
- ब्रश को गोल घुमाने से मसूड़ों की मालिश भी होती है।
- ऊपर और नीचे के दांतों के अंदर की सतह को भी साफ़ करें।
- आराम से ब्रश करें।
- ब्रश के दौरान जीभ की सफ़ाई भी बेहद ज़रूरी है। एक रिसर्च में पाया गया है कि जो लोग अच्छी तरह से ब्रश करते हैं, उनके दांत 70 साल या उससे भी ज़्यादा वर्षों तक स्वस्थ रहते हैं।