भ्रामरी प्राणायाम

भ्रामरी प्राणायाम

इस प्राणायाम का नाम भ्रामरी है क्योंकि इसमे भौंरे जैसा आवाज निकालते हैं |

कैसे करें
  • किसी भी आसान मुद्रा में बैठें |
  • अपनी उँगलियां आँखों पर रख कर आँखे बंद कर ले | आँखों पर दबाव न पड़े इसका ध्यान रखें | अंगूठे से कान बंद कर लें |
  • अब सांस अंदर लेकर एक मधुमक्खी की तरह गूंज करिए, जैसे उम्म्मम्म ध्वनि बनाते हुए नाक के माध्यम से साँस छोडिये।
  • इसे सुरुआत में 5 से 10 बार कर सकते हैं |
लाभ
  • मूड फ्रेश होता है और ज्ञान में वृद्धि होती है।
  • इसे करने से यौगिक ध्यान में सफलता मिलती है|
सावधानी
  • यह प्राणायाम खाली पेट करें ।