कूर्ग: सर्दियों में सुकून भरी छुट्टियों


खास बात यह कि यहाँ आपको कुछ ही किलोमीटर के दायरे में कई अद्भुत और मन को प्रसन्न करने वाले नजारे देखने को मिलेंगे। फिर चाहे वह बर्ड वॉचिंग हो, नदियों में नहाते हाथी या फिर शांत जंगल में फैली हुई कॉफी की महक।

प्रकृति के बीच मौजूद हिल स्टेशन या स्थानों पर लोग खासकर इसलिए जाते हैं कि शहर की भीड़-भाड़ से दूर कुछ दिन शांति के बीत सकें। रोज की उसी भागदौड़ से परे हवा को महसूस करने का वक्त मिले। दक्षिण के कई हिस्से इस तरह की नैचुरल ट्रीट उपलब्ध करवाते हैं। कुर्ग इनमें से एक है। खास बात यह कि यहाँ आपको कुछ ही किलोमीटर के दायरे में कई अद्भुत और मन को प्रसन्न करने वाले नजारे देखने को मिलेंगे। फिर चाहे वह बर्ड वॉचिंग हो, नदियों में नहाते हाथी या फिर शांत जंगल में फैली हुई कॉफी की महक।

कॉफी प्लांटेशन या एस्टेट कुर्ग के मदिकेरी कस्बे के पास स्थित है। यहाँ आपको कॉफी के बागानों के बीच भी रहने का ठिकाना मिल जायेगा जहाँ से खूबसूरत पहाड़ों और चमकीले आसमान को घंटों बैठकर देखा जा सकता है। आप चाहें तो सबसे बढ़िया कॉफी के पत्तों से लेकर बीन्स बनने और उनके कप में पहुँचने का पूरा सफर यहाँ देख सकते हैं। इसके साथ साथ गर्म गर्म कॉफी की चुस्कियां भी ली जा सकती हैं। मनमोहक वेस्टर्न घाट के नजारों का आनंद लेते हुए कॉफी बागानों की सैर करना, रास्ते से कॉफी के बीजों के साथ, नन्ही स्थानीय बेरियों और फूलों को चुनना और पगडंडियों पर चलते जाना अपने आप में किसी मेडिटेशन से कम नहीं। कॉफी के अलावा आप काली मिर्च, इलायची आदि के बागों की सैर भी कर सकते हैं।

देश के सबसे बड़े कॉफी उत्पादक इस स्थान पर आप कई सारी ऐसी लोकेशंस चुन सकते हैं जहाँ आपको बागान के बीच में या आस पास स्टे करने की सुविधा भी मिल जाएगी। इनमें से कुछ हैं- टाटा कॉफी प्लांटेशन- थनीरुल्ला कॉटेज रूम, करंगुन्डा कॉफी प्लांटेशन, लक्ष्मी ऑर्गेनिक कॉफी प्लांटेशन्स, पैलेस एस्टेट, फार्महाउस कॉफी एस्टेट, आदि। ये सभी दिनभर के टूर के हिसाब से चार्ज करते हैं। जिसमें कॉफी प्लांटेशन का टूर, कॉफी बनने की प्रोसेस और आस पास के टूर के साथ स्टे की भी सुविधा हो सकती है लेकिन सबके द्वारा उपलब्ध करवाई जाने वाली सुविधा अलग अलग हो सकती है, जिसके लिए आपको बुकिंग करते समय ध्यान रखना होगा।

हर कॉफी एस्टेट की सुविधा के हिसाब से टैरिफ या चार्जेस हो सकते हैं लेकिन अगर केवल टूर की भी बात करें तो यह 100 रूपये से 5000 रूपये प्रति व्यक्ति तक हो सकता है। इसमें दी जा रही सुविधा के साथ ही कॉफी का ब्रांड और टूरिंग के दौरान दिए जाने वाले गाइड आदि का चार्ज भी शामिल होता है। यूं सभी प्लांटेशन दिनभर ओपन रहते हैं लेकिन चैक इन और चैक आउट के लिए समय अलग अलग हो सकते हैं। भोजन को लेकर भी बुकिंग करते समय ही स्पष्ट बात करना फायदेमंद रहेगा। यदि आप कॉफी एस्टेट से कुछ दूरी पर या अन्य कहीं ठहरना तय कर रहे हैं तो वहां से कॉफी एस्टेट तक के लिए जीप या अन्य वाहन की बुकिंग का भी ध्यान रखें।

देश के किसी भी हिस्से से सड़क, रेलमार्ग या हवाई मार्ग द्वारा कुर्ग तक पहुंचने के लिए पहले आपको बैंगलोर, मैसूर या मैंगलोर तक पहुंचना होगा। इसके बाद केवल सड़क मार्ग से कुर्ग पहुंचने के लिए या तो प्राइवेट कैब कर सकते हैं या फिर राज्य शासन द्वारा चलाई जा रही बसों या प्राइवेट लक्ज़री बसों का विकल्प चुन सकते हैं। यहाँ एक बात यह भी ध्यान में रखने वाली है कि एयरपोर्ट के भीतर से टैक्सी बुक करना महंगा पड़ सकता है। इसलिए या तो बाहर निकलकर बार्गेन करके टैक्सी बुक करें या पूरी बुकिंग पहले से करके चलें।

कॉफी प्लांटेशन के अलावा यदि आप एडवेंचर पसंद करते हैं तो भी कुर्ग में आपके लिए करने को बहुत कुछ होगा। ट्रैकिंग से लेकर एटीवी राईड्स, वॉटरफॉल रेपलिंग, आदि यहाँ मिल जायेंगे। इसके अलावा बर्ड वॉचिंग, वाइल्डलाइफ सेंचुरी विजिट आदि के विकल्प भी उपलब्ध होंगे। याद रखें कि कुर्ग एक पहाड़ी इलाका है और यहाँ हर जगह वाहन उपलब्ध नहीं होगा। इसलिए पहले से कोई वाहन बुक करके रखें। यदि आप पैदल चलना एन्जॉय करते हैं तो यह जगह आपके लिए ही है। हाँ वाहन से लेकर स्थानीय उत्पादों को खरीदने तक के लिए बार्गेनिंग यहाँ भी करनी पड़ेगी।